Комментарии:
हमारे यहाँ तो , धरोहरों को नष्ट किया जा रहा है..!!
Ответитьहमने सब मस्जिद के नीचे मंदिर ढूंढ लिया है ,
और उसको फंड करनेके लिए popcorn पर 18% Gst laga diya hai , how much development you want ।😂
काफी सराहनीय विश्लेषण.
ОтветитьKyaa karna hai devlopment kar ke. Hum Shivling par research kar rahe hai, kafi baada investment ho raha hai 😜
ОтветитьAngutha ke badle ab vote de rhe ho, tum jahan ho wahi rho hum bhi wahi rhengen. 😢😢
ОтветитьGreat journalist and discussion
Ответитьहाँ, हाँ भारत कि वौद्धिकता तो बलिउड सिनेमा आधारित है। संसद मे भि बलिउड कि भाषा मे बोला जाता है। पार्टी मे Conversations के दौरान दिलीपकुमार, अमजद खान, अमिताव वच्चन, राजकुमार आदिके सिनेमा कि डाइलग उधृत करे हि बोलते हैं। गोरा आदमि देखा तो "सलाम" करते है भारतीय (गुलामी मानसिकता), चिनीया देखा तो "चिम्स" "Slit eyes" बोलते हैं। चीन चुपचाप विकास करता गया और भारत (१९४७)से पिछे मुक्त हुवा (१९४९) चीन लेकिन भारतसे आगे (China's PPP GDP $37.1 trillion, India's $16.0 trillion) निकल गया। भारतके हर आदमीका दिमाग शरिर सिर्फ Negativity से भर पडा हे। सो के उठते हि बारत और चीनको गाली देना सुरु, सोने से पहले और सपनेमे भि पाकिस्तान आृ चीनको गाली सिर्फ गाली चलता है भारतमे। सुना है दुनिाय मे सबसे बेसी "गाली" के शब्द भारत, खास करके बनारसमे चलता है।
ОтветитьJiske pas hunar tha usko to puncher putra banadiya aur jo bhikcha maang kar samant Bane the wo scintist ban rahe to avishkar mandir ka hi hoga biggeyan ka nahi sir
Ответитьशिक्षा, विज्ञान और अनुसंधान में दूसरे देश आगे जा रहे हैं तो उन्हें जाने दो ... विश्व गुरु तो भारत ही बनेगा
ОтветитьSir,आप भी कमाल करते हो! पहले मस्जिद के नीचे दबे भगवान को बचाना जरूरी है! फिर देश के बारे में सोचेंगे?
ОтветитьDeep conversation
Ответитьचायना का दलाल
Ответить2023 was not good, 2024 was bad, 2025 will be worst for Indians.
Ответить🌱🙋💁👰🧛👷🌱💞👍
ОтветитьChauthi Fail Neta Arthaat Moyi Ji, Janta Ko Batate Hai Ki Pariksha Kaise Paas Karen.
ОтветитьBharat uljha nahi,bharat ko uljhaya gaya hai,wo log jo uljha rahe hain,kya itne bewaquf hain,yahi log bharat ki devlopment nahi chahte,warna dollar 86 rupayya hota,bharat ka paisa bharatiyon se lutwa kar ye dollar loot rahe hain. Firoz cuttack.
ОтветитьSir g iska motlob ham vishvguru nahi bne he, hmeh bevkuf bnaya ja rha he
ОтветитьSir g america meh 4 lakh tankhuah labour ki he or barat meh vegyanic ki 70000 Rs
ОтветитьNecessity is the mother of invention...!! Who does the invention first deserves Award.
ОтветитьOm Saini jee, your sound system is defective. Please change.
ОтветитьAap Netaon ko gali de Rahe hai Us Janta ke Bare mein bhi kuch Btaiye jo in Kupad Neta
ОтветитьKo Chun kar bhej Rahi hai
ОтветитьBrahmanvad ka ek kava vigyanvad vigyanvad. Thank you very much for this program.
ОтветитьBrahmanvad ka ek kava vigyanvad vigyanvad. Thank you very much for this program.
ОтветитьSach bat batadi hume pata hi nahi he hamare science or technology minister kon he , Sabse bada question he ke bhi nahi
ОтветитьNice dibet
Ответитьइस देश को विश्वगुरू नहीं बनाना क्या ?🤤🤫
ОтветитьGazab ka debate hai knowledge full hai
Ответитьवो दिन भी ज्यादा दूर नहीं जब मस्जिदों के बाद नेहरू समेत अन्य तमाम दिवंगत कांग्रेसी नेताओं के स्मारक स्थल और कब्रों को खोद खोदकर मंदिरों की तलाश की जाएगी, जय हो गुरूघंटालों की 🤤🙏🤤🕵️👹😈👺
Ответитьवोहरा जी, बेवजह भोली बातें न करें, भला चीन और अमेरिका को कौन सा विश्वगुरू बनना है 🤔
ОтветитьPodai ki jarurat nahi hai, srif Jai shree Ram jopte roh, desh Hindu Rashtra bonaga ur tarakki kore ga.
ОтветитьSadar Pranam
Ответитьहम नहीं सुधरेंगे👹😈👺🥱
Ответитьवोहरा जी नमस्कार
ОтветитьAp ke jaise patrakar ki zaroorat he sir india ko
ОтветитьMedical aur इंजीनियर students को पकाडो बनबो देश को मजबूत वनावा
Ответитьधर्म की अंधेरी गुफा में हमारे बच्चों को धकेला जा रहा है। आर एस एस में अनपढ़ और मूर्ख बच्चों को भर्ती किया जाता है। उनमें से एक मोदी भी है जो चौथी फेल राजा है बकौल केजरीवाल।
Ответитьसर जब आपका प्रधानमंत्री चौथी फेल गधा है तो आपका देश डूबेगा ही डूबेगा।
Ответитьजबसे नोबेल फ्राइज शुरु हुआ तब भारत मे सिर्फ तीन धर्म ही थे, हिन्दू, मुसलमान, सिख ही थे, बुद्धिस्ट खत्म किये जा चुके थे, क्रिस्चियन का केवल आगमन ही हो पाया था, मुख्य लड़ाई हिन्दू और मुसलमान की थी. दोनो ही भारत के विज्ञान को खत्म करने मे हिन्दू और मुसलमान पूर्ण रूप से जिम्मेवार हैं, जैसे मध्य काल में यूरोप चर्च की वजह से पिछड़ा था, गैलीलियो ने जब कहा कि पृथ्वी सूर्य का चक्कर लगाती है तब पोप ने कहा कि बाइबिल में कहा गया है कि सूर्य पृथ्वी का चक्कर लगाती है, गैलीलियो को माफी मागनी पड़ती, क्योकि पहले के वैज्ञानिक बाइबिल के विरोध मे जाने के कारण जान से मारे गये थे, आज भी हिन्दू धर्म और कुरान के विरुद्ध जाने के कारण डार्विनवाद को भारत और मुसलमान देशो में कोर्स से निकाल दिया गया. भारत में बुद्धिस्ट राजाओ द्वारा बनाई गयी नालन्दा विक्रमसिला इन्टरसिटी, जिसमे नागार्जुन, वसुमित्र, अश्वघोष, चरक जैसे लोग जलाइ जाती है, और दोबारा बनाने की कोशिश भी नही की जाती है, वही भारतीय धर्म बौद जापान में 30 नोबेल पुरस्कार प्राप्त कर लेते है. भारत में विज्ञान खत्म होने का मुख्य कारण धार्मिक कूपमंडूकता और वर्णव्यवस्था है.
Ответитьहिंदुस्तान का सबसे बड़ा बैज्ञानिक चौथी फेल राजा मोदी।
Ответитьकाफ़ी रोचक और महत्वपूर्ण वार्ता रही, आभार🙏
Ответитьजिस देश में एक व्यक्ति 100% पढ़-लिखे लोगो के बीच नालीकी गैस से चाय बनाने की बात करता है और सारे लोग विरोध करने की हिम्मत नही कर पा सके, शिक्षा बजट जीरो के करीब है, धार्मिक गुरु कहते हैं कि सरकारी स्कूल बंद होने चाहिये क्योकि उसमे नक्सली तैयार होते हैं और लोग ताली बजाते हैं. हम क्या अपेक्षाएं कर सकते हैं.
Ответитьअंग्रेजों ने भगत सिंह की तरह गांधी नेहरू को कालापानी या फांसी जैसी कठोर सज़ा क्यों नहीं दी थी?🚩
Ответить❤🎉🎉🎉🎉🎉❤
Ответитьहमारे यहाँ ये सब चीज़ें ज़मीन में सनातन काल से दबी पड़ी थी, अब सरकार खोद खोद के निकालने पर बेरोज़गार युवाओं को लगा दिया है।
ОтветитьGREAT CONTENT KWEP GOING
Ответитьये गोरे चमडिवाले लोग नोबेल पुरस्कार मे १०० % दलालि और पछपाति अपना पन हावी होता हे । गोर किजिया सर । नमस्कार नेपाल से ।
ОтветитьInki aawaz clear krabi chie thi .kya jaan se nb. Lgaeya jae????
ОтветитьDesh se rss khatam ho jaaye to desh me shanti aa jayegi rss desh drohi logo ka sangthhan h
ОтветитьModern age, upholding a very noble Political Thought, is given to science and technology.
But despite the emphasis in our Constitution to build for ourselves a scientific temperament, we are promoting "obscurantism". We are getting more occupied with life in heaven than life on earth.
Also, owing to IT Technology, facilitating mass interconnectivity, we are moving towards globalization. National borders are becoming porus and inter-state-dependency of states is rising. Unfortunately we Indians upholding for ourselves ethnic nationalism, have thereby chosen for ourselves a path of isolation on global theatre. Be rest assured no Multinational or Global Corporate House will ever like to invest in India. Obviously because they do not want to carry any "communal tag" with thier brand name.
As regard to the leadership of the country, it is worth quoting Sir Bernard Shaw; ....."when an idiot is at the helm of affair be becomes a nuisance. And when he becomes assertive he becomes a hazard"..
Jaihind !