सकाळ संध्याकाळ लावा हे श्री व्यंकटेश स्तोत्र (संस्कृत) मनातील सर्व ईच्छा पूर्ण होतील सगळे काही मिळेल

सकाळ संध्याकाळ लावा हे श्री व्यंकटेश स्तोत्र (संस्कृत) मनातील सर्व ईच्छा पूर्ण होतील सगळे काही मिळेल

RV Bhakti India

2 дня назад

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Комментарии:

@smitamahajan3553
@smitamahajan3553 - 21.11.2024 14:07

ओम नमो भगवते वासुदेवाय नमः

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@smitamahajan3553
@smitamahajan3553 - 21.11.2024 15:05

हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे

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